Sangya Ki Paribhasha Sangya Ke Bhed : – बच्चों आज हम इस आर्टिकल में संज्ञा के बारे में पढ़ेंगे| वह कितने प्रकार के होते हैं इनको हम उदाहरण सहित समझेंगे|
बच्चों जैसा कि आपको पता है आप पढ़ने और लिखने में किसी से पीछे नहीं है बस सही तरीके से आपको उस चीज को समझाया जाए एवं घर का होमवर्क तरीके से दिया जाए कुछ टीचर्स इसको बहुत जल्दबाजी में समझा देते हैं जिससे कि विद्यार्थियों की समझ में वह जो भी पढ़ा रहे हैं समझ में नहीं आता है इसमें बच्चों आपकी कोई गलती नहीं है आप में बहुत शक्ति हैं आप हर काम कर सकते हो बस उस काम को आप को तरीके से बताया जाए हम आपको इस लेख में बहुत ही अच्छे ढंग से नाम और संज्ञा के प्रकार के बारे में बताएंगे
संज्ञा किसे कहते हैं(Sangya kise kahate hain)?, संज्ञा के भेद(sangya ke bhed)?
संज्ञा(Noun): — किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, जाति, या भाव को बताने वाले शब्द को संज्ञा कहते हैं। अर्थात वह शब्द है जो किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु का नाम बताता है।
संज्ञा शब्द का उदाहरण:-
राम, भारत, गंगा, आदमी, कुर्सी, पर्वत, भालू, किताब, ईमानदारी, चादर, शेर, टेबल, वर्ग आदि|
हम इसको ऐसे भी समझ सकते है-
संज्ञा – यह शब्द किसी व्यक्ति, वस्तु, जाति या भाव का नाम बताता है। वह संज्ञा शब्द का प्रतिनिधित्व करता है।
संज्ञा के प्रकार हैं?-
संज्ञा के मुख्यतः निम्नलिखित पांच प्रकार हैं
- व्यक्तिवाचक संज्ञा,
- जातिवाचक संज्ञा,
- समूहवाचक संज्ञा,
- पदार्थवाचक संज्ञा और
- भाववाचक संज्ञा
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा (vyakti vachak sangya) (Proper nouns):
किसी भी व्यक्ति, स्थान या वस्तु को बताने वाले शब्द को व्यक्तिवाचक संज्ञा या Proper Noun कहा जाता है।
व्यक्तिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण
जैसे – मोबाइल, कंप्यूटर, पंखा, कूलर, कुर्सी, मेज, पुस्तक, कार, दिल्ली, भारत, पेन, कॉपी, इत्यादि|
विशेष: व्यक्तिवाचक संज्ञा का उपयोग चाहे वाक्य में कहीं पर भी हो, पहला अक्षर हमेशा बड़ा होता है।
2. जातिवाचक संज्ञा-(jativachak sangya)
जो शब्द किसी प्राणी, वस्तु या स्थान विशेष की जाति या सम्पूर्ण वर्ग का बोध करते है, उन्हें जातिवाचक संज्ञा कहते है
जातिवाचक संज्ञा के उदाहरण (jati vachak sangya ke udaharan)
उदाहरण – लड़का, बस, पक्षी, जानवर, नदी, पर्वत आदि | यहाँ पर लड़का शब्द किसी एक लड़के का नाम नहीं है जबकि सभी लड़को के लिए है| पक्षी किसे एक पक्षी को परिभाषित नहीं कर रही है बल्कि सभी पक्षी इसके अंदर आ गए |
3.समूहवाचक संज्ञा-(samuh vachak sangya)
जिन संज्ञा शब्दों से किसी एक व्यक्ति का बोध न होकर पूरे समाज या उस समुदाय का बोध हो उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं|
समूहवाचक संज्ञा के उदाहरण-
जैसे कि परिवार, पुस्तकालय, राजनीतिक दल इत्यादि|
4. द्रव्य वाचक संज्ञा-(dravya vachak sangya)
जिस संज्ञा शब्द से हमें किसी धातु,अधातु, तरल, ठोस, द्रव्य या पदार्थ आदि का ज्ञान हो उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं इसे पदार्थ वाचक संज्ञा भी कहा जाता है पदार्थ वाचक संज्ञा, या मटेरियल नाउन, हमेशा एकवचन में बोली जाती हैं, इसलिए is, has, or was एकवचन वाक्यों का प्रयोग प्रयोग इनके साथ किया जाया है|
द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण-
जैसे कि पानी, तेल, घी, खाद या उर्वरक इत्यादि|
धातुओं के नाम – सोना, चाँदी, प्लेटिनम, ताँबा, पीतल. इत्यादि|
अनाजों के नाम – Rice Wheat, corn, bajara,.इत्यादि|
द्रव्य पदार्थ के नाम – नाइट्रोजन, हीलियम, हवा, ऑक्सीजन, धुआँ, .कार्बनडाई ऑक्ससाइड इत्यादि|
5. भाववाचक संज्ञा (bhav vachak sangya – bhavvachak sangya)
जिस शब्द से किसी पदार्थों की भाव, अवस्था, गुण, दोष, इत्यादी का ज्ञान होता हो उसे भाववाचक संज्ञा कहते है, भाववाचक संज्ञा को अग्रेज़ी में abstract noun कहा जाता है।
भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण
अवस्था, विचार, नारीत्व, मित्रता, मनुष्यता, दासत्व, अध्यापन, बचपन, भाईचारा, शास्त्रीयता इत्यादि है जिसे हम सोच तो सकते हैं और अनुभव भी कर सकते हैं लेकिन उनको देख नही सकते या छू नहीं सकते है केवल इसे महसूस कर सकते है।
संज्ञा के अन्य प्रकार
स्वतंत्र भाववाचक संज्ञा
जिन भाववाचक संज्ञा के शब्दों में किसी भी रूप में प्रत्यय का प्रयोग नहीं होता है उन्हें हम स्वतंत्र भाववाचक संज्ञा कहते हैं जैसे सुख, रोग, प्यार, स्नेह, दुलार, क्रोध आदि|
जैसे कि सुख+ई
संसार+ई
प्रेम+ई
प्यार+ई
क्रियार्थक संज्ञा
जब किसी वाक्य के आरंभ में करता काम करना शुरू कर दें उसे क्रियार्थक संज्ञा कहते हैं
जैसे घूमना स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है|
पढ़ना एक अच्छी आदत है|
उपरोक्त वाक्य में घूमने पढ़ना वाक्य के शुरू में ही क्रिया का प्रयोग किया गया है इसलिए क्रियार्थक संज्ञा है का उदाहरण है
संज्ञा की पहचान क्या है
कुछ संज्ञा शब्द प्राणीवाचक के रूप में होते हैं और कुछ शब्द है अप्राणी वाचक के रूप में होते हैं दूसरी तरफ कुछ शब्द गणनीय होते हैं और कुछ शब्द अगणनीय के रूप में होते हैं|
प्राणीवाचक संज्ञा
वह शब्द जिससे किसी सजीव वस्तु का बोध हो यानी कि उस वस्तु में प्राण है वह प्राणी वाचक संज्ञा है
जैसे लड़का, हिरण, शेर, कबूतर इत्यादि
अप्राणीवाचक वाचक संज्ञा
जिस वस्तु में प्राण ना हो अर्थात जिसमें कोई हलचल ना हो को अप्राणीवाचक संज्ञा कहते हैं जैसे की पेन, किताब, मैच, कुर्सी इत्यादि
कुछ प्रयोग आपके लिए किये गए है जो आपका बौद्धिक विकास का अहसास कराएंगे|
संज्ञाओं का प्रयोग
1. जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना
पात्र- पात्रता | पुरुष- पुरुषत्व, |
बूढा- बुढ़ापा | बच्चा- बचपन |
लड़का- लड़कपन | दास- दासत्व |
मित्र- मित्रता | पण्डित- पण्डिताई |
दनुज- दनुजता | अध्यापक- अध्यापन |
नारी- नारीत्व | सेवक- सेवा |
स्त्री- स्त्रीत्व | शास्त्र- शास्त्रीयता |
भाई- भाईचारा | जाति- जातीयता |
मनुष्य- मनुष्यता |
2. विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाना
मोटा- मोटापा | एक- एकता, एकत्व |
बड़ा- बड़ाई | चालाक- चालाकी |
सुंदर- सौंदर्य, सुंदरता | नवाब- नवाबी |
भला- भलाई | दीन- दीनता, दैन्य |
बुरा- बुराई | खट्टा- खटाई |
लघु- लघुता, लघुत्व, | गरीब- गरीबी |
लाघव वीर- वीरता, वीरत्व | लाल- लाली |
सरल- सरलता | सफेद- सफेदी |
3. क्रिया से भाववाचक संज्ञा बनाना
लड़ना- लड़ाई | चलना- चाल, |
पढ़ना- पढ़ाई | पीटना- पिटाई |
घटना- घटाव | खोजना- खोज |
नाचना- नाच | सीना- सिलाई |
सींचना- सिंचाई | जीतना- जीत |
पड़ना- पड़ाव | पहनना- पहनावा |
4. संज्ञा से विशेषण बनाना
अभिमान-अभिमानी | काल- कालीन |
अवश्य-आवश्यक | इच्छा-ऐच्छिक |
अंश-आंशिक | इतिहास- ऐतिहासिक |
अवश्य- आवश्यक | अर्थ- आर्थिक |
काम- कामी | ईश्र्वर- ईश्र्वरीय |
उपज- उपजाऊ | केंद्र- केंद्रीय |
आवास- आवासीय | अज्ञान- अज्ञानी |
5. क्रिया से विशेषण बनाना
बिकना- बिकाऊ | पकना- पका |
जड़ना- जड़ाऊ | गाना- गवैया |
पालना- पालतू | झगड़ना- झगड़ालू |
अड़ना- अड़ियल | देखना- दिखाऊ |
6. सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाना
अपना- अपनापन | मम- ममता |
स्व- स्वत्व | सर्व- सर्वस्व |
निज- निजत्व | पराया- परायापन |
आप- आपा | अहं- अहंकार |
7. क्रिया विशेषण से भाववाचक संज्ञा
शीघ्र- शीघ्रता |
दूर- दूरी |
तीव्र- तीव्रता |
मन्द- मन्दी |
8. अव्यय से भाववाचक संज्ञा
समीप- सामीप्य |
शाबाश- शाबाशी |
शीघ्र- शीघ्रता |
परस्पर- पारस्पर्य |
9. जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना
पात्र- पात्रता |
लड़का- लड़कपन |
भाई- भाईचारा |
पण्डित- पण्डिताई |
पशु- पशुता |
10. विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाना
मोटा- मोटापा |
सुंदर- सौंदर्य |
लघु- लघुता |
नवाब- नवाबी |
खट्टा- खटाई |
चौड़ा- चौड़ाई |
सर्द- सर्दी |
पागल- पागलपन |
मीठा- मिठास |
11. क्रिया से भाववाचक संज्ञा बनाना
पीटना- पिटाई |
सींचना- सिंचाई |
घटना- घटाव |
लड़ना- लड़ाई |
लूटना- लूट |
पूजना- पूजन |
भूलना- भूल |
12. संज्ञा से विशेषण बनाना
अंश- आंशिक |
इच्छा- ऐच्छिक |
अंत- अंतिम |
कुल- कुलीन |
कागज- कागजी |
किताब- किताबी |
अज्ञान- अज्ञानी |
जंगल- जंगली |
दान- दानी |
पेट- पेटू |
13. क्रिया से विशेषण बनाना
पालना- पालतू |
अड़ना- अड़ियल |
लड़ना- लड़ाकू |
चाटना- चटोर |
लूटना- लुटेरा |
14. सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाना
निज- निजत्व |
अहं- अहंकार |
पराया- परायापन |
15. क्रिया विशेषण से भाववाचक संज्ञा
दूर- दूरी |
मन्द- मन्दी |
शीघ्र- शीघ्रता |
16. अव्यय से भाववाचक संज्ञा
धिक्- धिक्कार |
निकट- नैकट्य |
शीघ्र- शीघ्रता |
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Sangya Ki Paribhasha Sangya Ke Bhed FAQ:-
प्रश्न 1: संज्ञा क्या होती है?
उत्तर: संज्ञा भाषा में एक प्रकार के शब्द होते हैं जिनका उपयोग व्यक्ति, वस्तु, स्थान, दिशा, भावना आदि को पुकारने या बताने के लिए किया जाता है।
प्रश्न 2: संज्ञा की कितनी प्रमुख श्रेणाएँ होती हैं?
उत्तर: संज्ञा की प्रमुख श्रेणाएँ व्यक्ति (नाम), वस्तु (पदार्थ), भावना, स्थान, दिशा, संख्या, आदि होती हैं।
प्रश्न 3: संज्ञा के क्या उदाहरण हैं?
उत्तर: “पुस्तक”, “गर्मी”, “भारत”, “किताब”, “पाँच”, आदि संज्ञा के उदाहरण हो सकते हैं।
प्रश्न 4: संज्ञा किस प्रकार के शब्दों का प्रतिनिधित्व करती है?
उत्तर: संज्ञा नाम, विशेषण, क्रिया, क्रिया-विशेषण, आदि के नहीं, वरन् व्यक्ति, वस्तु, स्थान, दिशा, संख्या, आदि के प्रतिनिधित्व करती है।
प्रश्न 5: संज्ञा की संख्या की प्रकार क्या होती है?
उत्तर: संज्ञा की संख्या एकवचन, द्विवचन, और बहुवचन में होती है।
प्रश्न 6: संज्ञा का विशेषण क्या होता है?
उत्तर: संज्ञा के विशेषण व्यक्ति, वस्तु, स्थान, आदि की गुणवत्ता या विशेषता को बताने के लिए किया जाता है।
प्रश्न 7: संज्ञा का विलोम क्या होता है?
उत्तर: संज्ञा का विलोम विशेषण होता है। जैसे, “बड़ा” संज्ञा “छोटा” विशेषण का विलोम होता है।
प्रश्न 8: संज्ञा का क्रिया के साथ कैसे प्रयोग होता है?
उत्तर: संज्ञा क्रिया के साथ क्रिया-विशेषण के रूप में प्रयोग होता है, जो किसी क्रिया की विशेषता को बताता है। उदाहरण के लिए, “तेज दौड़ना” यहाँ पर “तेज” संज्ञा है जो क्रिया “दौड़ना” की विशेषता को बता रहा है।
प्रश्न 9: संज्ञा का उपयोग किस-किस वाक्य में होता है?
उत्तर: संज्ञा का उपयोग वाक्य के विषय, कर्ता, कर्म, संबंध, सम्बन्ध, आदि को प्रकट करने में होता है।
प्रश्न 10: Hindi संज्ञा का चार्ट क्या होता है?
उत्तर: जिसमे हमें संज्ञा से कोई दूसरी सज्ञा बनाई जाती है. उपरोक्त चार्ट देखे।
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